Wednesday 30 November 2011

वाल स्‍ट़ीट पर कब्‍जा करो

वाल स्‍ट़ीट पर कब्‍जा करो नाम का जो आन्‍दोलन अमेरिका में चल रहा है इसके पीछे मुख्‍यत कारपोरेट वर्ग की बेइन्‍तहा लालच के खिलाफ नफरत काम कर रही है पूरे विश्‍व के संसाधनो को लूटा जा रहा है मात्र चन्‍द लोगो द्वारा और नारा लोकतन्‍त्र का लगाया जा रहा है ये पोल अब शोषक वर्ग की विकसित देशो की जनता जान चुकी है ।

कारपोरेट वर्ग की लूट अपने देश में भी बेइन्‍तहा है उदाहरण के तौर पर एक तेल कम्‍पनी को तेल क्षेत्र आंवटित किया जाता है फिर उसके दोहन के लिये सरकार से कम्‍पनी फन्‍ड लेती है और नुकसान होने की स्थिति में आंवटित फन्‍ड माफ करवाती है और फायदा होने की स्थिति में मुनाफा कम्‍पनी का होता है ।

सरल शब्‍दो में जमीन सरकार की , हल बैल बीज और मजदूरी का पैसा सरकार का , अपना तो केवल इन्‍तजाम यानी दलाली का काम :  अपनी हाई सेलरी और मौज मस्‍ती तो चलती रहेगी *  फसल होने के बाद फसल हम अपनी मर्जी से बेचेगें चाहे जिसको बेचें ,   अगर फसल खराब हो गई या अकाल पड गया तो सरकार बेल आउट पैकेज दे यानी सब माफ कर दे

कितना चोखा काम है कारपोरेट वर्ग का

Friday 4 November 2011

मनरेगा के कम्‍प्‍यूटर आपरेटर ने जीते 5 करोड

मनरेगा के कम्‍प्‍यूटर आपरेटर सुशील कुमार ने जीते 5 करोड
साथियो मैने पहले ही कहा था कि मनरेगा के त‍हत सबसे ज्‍यादा बन्‍धुवा मजदूर है और उनमें भी कम्‍प्‍यूटर कार्मिक सबसे ज्‍यादा है जबकि वे सबसे ज्‍यादा शिक्षित व तार्किक व विश्‍लेषणात्‍मक है । ये बात बिहार के कम्‍प्‍यूटर आपरेटर श्री सुशील कुमार ने साबित कर दी है सुशील कुमार को बधाई कि वे बन्‍धुवा मजदूरी के जाल से आजाद हुये बधाई हो सुशील जी