Saturday 1 October 2011

बन्‍धुवा मजदूर की नई परिभाषा

आज के दौर में जब सब चारो ओर तकनीकी प्रगति का शोर है तब बन्‍धुवा मजदूर का स्‍वरूप भी बदल गया है आज बन्‍धुवा मजदूर का नया नाम संविदा कार्मिक या contract labour  हो गया है     सबसे ज्‍यादा बन्‍धुवा मजदूर महात्‍मा गान्‍धी के और ग्राम्‍य विकास के नाम पर बनाये गये है अगर आपको काई शक हो तो खुद जान लीजिये कि महात्‍मा गॉंधी रोजगार गारँटी योजना में योजना को क्रियान्वित करने वाले सभी कर्मी सविंदा कर्मी है जिनका भयानक शोषण हो रहा है
क्‍योकि योजना में रूट लेवल पर गडबडी सामान्‍यत ग्राम प्रधान ,  ग्राम विकास अधिकारी या पंचायत अधिकारी करते है लेकिन रोजगार सेवक या तकनीकी सहायक को सविंदा कर्मी होने के कारण उनकी बात मानने पर मजबूर होना पडता है अन्‍यथा अगले वर्ष उसकी संविदा समाप्‍त कर दी जाती है
सभी विभागो के सविंदा कर्मियो की यही व्‍यथा है कि हर साल सविंदा करने के कारण उनकी मजबूरी है कि उनके उच्‍च अधिकारी जैसा कहे वैसा ही वो करने को मजबूर है

सामान्‍यत अधिकाश विभागो में कम्‍प्‍यूटर कर्मी अवश्‍य ही संविदा पर रखे जाते है जबकि कम्‍प्‍यूटर कार्मिक सामान्‍यत उच्‍च शिक्षित व विश्‍लेषणात्‍मक क्षमता वाले होते है लेकिन संविदा पर कार्य करने के कारण उनमें हीन भावना घर कर जाती है

शेष अगली बार

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